विश्वविख्यात एलोरा गुफाओं में बौद्ध, हिन्दू, जैन धर्म की गुफाएँ हैं । नं. 30 से 34 तक जैन गुफाएँ वास्तुकला, शिल्पकला, चित्रकला की उत्कृष्ट धरोहर हैं। 16 नंबर की कैलाश गुफा विश्वविख्यात है। 950 वर्ष प्राचीन भगवान पार्श्वनाथ की अर्द्ध-पद्मासन प्रतिमा विशेष उल्लेखनीय है।
विशेष जानकारी :
पहाड़ पर 16 फुट ऊँची भगवान पार्श्वनाथ की प्रतिमा सातिशय एवं अद्वितीय है। यहाँ छात्रावास (100 छात्र), विद्यालय भवन, आरोग्य-धाम अतिथि गृह व सुन्दर जिनालय बने हैं। दि. जैन की गुरुकुल भी है जो आचार्य श्री समंतभद्र महाराज एवं आचार्य श्री आर्य नंदि महाराज की प्रेरणा से चल रहा है।
वार्षिक मेला :
श्रावण शुक्ल सप्तमी (भ. पार्श्वनाथ मोक्ष कल्याणक)